केंद्र सरकार ने शनिवार को देश में एक साथ चुनाव कराने की संभावना की जांच के लिए आठ सदस्यीय समिति का गठन किया था। इसमें जिन आठ लोगों को रखा गया था उनमें कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम भी शामिल था। हालांकि, चौधरी ने समिति का हिस्सा बनने से मना कर दिया है। इसे लेकर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने पत्रकारों से कहा कि मुझे आश्चर्य नहीं है कि राजवंश और गांधी परिवार ने रंजन चौधरी को समिति में शामिल होने से मना कर दिया है। कांग्रेस जैसी पार्टियों के लिए बुरा उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन एक सशक्त विचार है और इसका समय आ गया है। इससे चुनाव पर खर्च होने वाले सैकड़ों-हजारों करोड़ रुपये बचेंगे। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव भारत के लोगों के लिए अच्छा है। यह निश्चित रूप से कांग्रेस जैसी पार्टियों के लिए बुरा है, उन पार्टियों के लिए जो कमजोर लोगों का शिकार करती हैं, जिनकी समृद्ध भारत में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि इसलिए मुझे आश्चर्य नहीं है कि राजवंश और गांधी परिवार ने अधीर रंजन चौधरी को फोन किया और कहा कि समिति में शामिल न हों। उनकी पार्टी के नेता दुनिया भर में यात्रा करते हैं, हमारे लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाते हैं, हमारी न्यायपालिका के बारे में बात करते हैं, हमारी मीडिया के बारे में गलत बात करते हैं, अर्थव्यवस्था हर चीज पर हमारे देश को तोड़ने की बात करते हैं। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस ध्यान भटकाएगी, झूठ बोलेगी, निंदा करेगी और वह सब कुछ करेगी जो देश को पीछे धकेलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण ने इस देश को विकास की राह पर ला दिया है।
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