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दिल्ली के प्लेन में सवार थे 300 लोग महिला पायलट की समझदारी से IGI पर टला बड़ा हादसा,

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दिल्ली से बागडोगरा जाने वाली विस्तारा एयरलाइंस की एक फ्लाइट को उड़ान भरने की इजाजत दे दी गई थी। जबकि उसी रनवे पर दूसरा फ्लाइट उतरने की प्रक्रिया में था। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर आज सुबह एक महिला पायलट की समझदारी से एक बड़ा हादसा टल गया। दरअसल, दिल्ली से बागडोगरा जाने वाली विस्तारा एयरलाइंस की एक फ्लाइट को उड़ान भरने की इजाजत दे दी गई थी। जबकि उसी रनवे पर दूसरा फ्लाइट उतरने की प्रक्रिया में था। एटीसी के निर्देश के बाद उड़ान रद्द कर दी गई।1800 मीटर की दूरी पर आमने सामने थे विमान बता दें कि नए उद्घाटन किए गए रनवे से यूके 725 दिल्ली से बागडोगरा के लिए उड़ान भर रहा था। उसी समय दिल्ली एयरपोर्ट पर अहमदाबाद-दिल्ली फ्लाइट लैंड ही हुई थी। एक ही रनवे पर दो विमानों की जानकारी होते ही अहमदाबाद-दिल्ली वाली फ्लाइट की पायलट सोनू गिल ने समय रहते ATC सूचित कर दिया, जिससे बड़ा हादसा होते-होते टल गया। जानकारी के मुताबिक, दोनों विमानों के बीच लगभग 1.8 किमी की दूरी रह गई थी और दोनों विमानों में कुल 300 लोग सवार थे। बता दें कि मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार, टेक-ऑफ और लैंडिंग की प्रक्रिया के दौरान किसी भी विमान या वाहन की आवाजाही की अनुमति नहीं है। दिल्ली-बागडोगरा फ्लाइट किया गया रद्द एक ही रनवे पर दो विमानों की जानकारी होते ही दिल्ली-बागडोगरा फ्लाइट तुरंत टेक-ऑफ रद्द करने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद यह फ्लाइट तुरंत रनवे से पीछे हट गई और अपने पार्किंग-बे पर लौट आई। ATC के निर्देश के बाद बागडोगरा जा रही फ्लाइट में दोबारा ईंधन भरा गया और ब्रेक भी चेक किए गए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि खराब मौसम होने पर फ्लाइट वापस दिल्ली सही से लौट सके। सूत्रों ने बताया कि जब बागडोगरा जा रहे विमान के पायलट ने घोषणा की कि एटीसी के निर्देश के कारण विमान उड़ान नहीं भरेगा तो यात्री किसी गड़बड़ी को लेकर आशंकित हो गए। हवा में हो सकता था टकराव वरिष्ठ पायलट और सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन के संस्थापक, कैप्टन अमित सिंह ने बताया कि आम तौर पर एक रनवे पर किसी विमान को तब तक टेक-ऑफ क्लीयरेंस जारी नहीं किया जाता, जब तक कि विमान दूसरे रनवे पर उतर न गया हो। हालांकि किसी चूक के कारण यदि विमान को एक रनवे से उड़ान भरने की अनुमति दी जाती है और दूसरे रनवे पर आने वाला विमान लैंडिंग को रद्द करने और आगे चढ़ने के लिए चक्कर लगाने का निर्णय लेता है तो दोनों विमानों का उड़ान पथ अंदर आ जाता है उन्होंने कहा कि हवा में टकराव हो सकता है, क्योंकि जिस रनवे से उन्हें जोड़ा गया है वह काफी नजदीक है। DGCA ने दिए जांच के आदेश दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई इस लापरवाही को डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने जांच के आदेश दे दिए है। DGCA का भी मानना है कि यह एक बड़ी लापरवाही है और दोनों फ्लाइट्स को एक ही समय पर रनवे पर रहने की इजाजत कैसे दी गई, यह जांच का विषय है।