क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल आज के समय में बड़ी संख्या में लोग कर रहे हैं। क्रेडिट कार्ड बिल में कई चार्जेस जैसे कैश एडवांस फीस लेट फीस रिवॉर्ड रिडेम्पशन फीस एनुअल फीस और रेल टिकट एवं पेट्रोल खरीदने पर फीस कंपनियों द्वारा लगाए जाते हैं। कोई भी क्रेडिट कार्ड लेने से पहले हमें इन चार्जेस के बारे में पता कर लेना चाहिए। क्रेडिट कार्ड कंपनियों की ओर से यूजर्स पर कई प्रकार के चार्ज लगाए जाते हैं। कुछ चार्जेस ऐसे भी होते हैं जिनकी जानकारी यूजर्स को नहीं होती है।अनजाने में क्रेडिट कार्ड बिल के साथ ऐसे चार्जेस का भुगतान भी कर दिया जाता है। इसके कारण आपका बिल भी बढ़ जाता है। कैश एडवांस फीस वह राशि होती है जो क्रेडिट कार्ड से एटीएम से पैसा निकालने पर क्रेडिट कार्ड कंपनी की ओर से ली जाती है। आमतौर पर ये 2.5 प्रतिशत होती है। इस कारण क्रेडिट कार्ड से कभी भी कैश नहीं निकाला चाहिए। कैश को बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी सीधए तौर पर लोन मानती है। क्रेडिट कार्ड के बिल का देरी से भुगतान करने पर कंपनी की ओर से लेट फीस लगाई जाती है। ये 100 रुपये से लेकर 500 रुपये के बीच होती है। इसके अलावा आपको बकाया पर ब्याज का भुगतान अलग से करना पड़ता है। इससे आपका बिल भी बढ़ जाता है। एनुअल मेंटेनेंस फीस हर क्रेडिट कार्ड कंपनी की ओर से लगाई जाती है। अक्सर फ्री क्रेडिट कार्ड्स में देखा जाता है कि एनुअल फीस एक साल के माफ कर दी जाती है और अगले साल से बैंक चुपचाप बिना कोई पूर्व सूचना दिए एनुअल फीस लगा देते हैं। क्रेडिट कार्ड कंपनियों की ओर से खर्च करने पर रिवॉर्ड प्वाइंट्स दिए जाते हैं। हालांकि, बहुत कम लोगों को ही जानकारी होती है कि कुछ क्रेडिट कार्ड्स पर रिवॉर्ड में प्रोडक्ट और वाउचर होने पर रिवॉर्ड रिडेम्पशन फीस ली जाती है।
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