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भारतीय तटरक्षक बल ने खराब मौसम के बावजूद केरल तट के पास एक विदेशी पोत से गंभीर रूप से बीमार एक नाविक को बीच समुद्र में चिकित्सकीय निकासी अभियान चलाकर बाहर निकाला और उसकी जान भी बचाई।

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भारत हमेशा ही लोगों की मदद के लिए आगे रहता है। ऐसे में एक बार फिर देश की दरियादिली और बहादुरी सामने आई है। दरअसल, सोमवार को एक विदेशी पोत पर सवार गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को समय से इलाज मिल सके इसके लिए भारतीय तटरक्षक बल ने जी-जान एक लगा दी। चिकित्सकीय निकासी अभियान चलाया भारतीय तटरक्षक बल ने खराब मौसम के बावजूद केरल तट के पास एक विदेशी पोत से गंभीर रूप से बीमार एक नाविक को बीच समुद्र में चिकित्सकीय निकासी अभियान चलाकर बाहर निकाला और उसकी जान भी बचाई। यह है मामला रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) के कार्यालय ने भी सोशल मीडिया पर इस अभियान की जानकारी दी। उसने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल ने तेजी से चिकित्सकीय निकासी अभियान चलाकर गंभीर रूप से बीमार उस नाविक की जान बचा ली, जिसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराए जाने की आवश्यकता थी। फिलीपीन के 55 वर्षीय वैलिद ओला गिलबर्ट स्वेज नहर जा रहे एम वी इवेलिन मार्सक में सवार थे, तभी कोच्चि से 110 समुद्री मील दूरी पर वह बेहोश हो गए। तटरक्षक बल ने एमवी इवेलिन मार्सक से फिलीपीन के नागरिक वैलिद ओला गिलबर्ट को चिकित्सकीय स्थिति के कारण पोत से बाहर निकाला। उन्हें उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (ALH) के अंदर तक ले जाना मुश्किल था। पीआरओ कार्यालय का कहना है कि मरीज बेहोश था और सीपीआर की मदद से उसकी जान बचाई गई। आईसीजीएस सी-427 मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए व्यक्ति के पास पहुंचे। बाद में मरीज की हालत को स्थिर किया गया।