महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले और पड़ोसी छत्तीसगढ़ में पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया। इस दौरान दोनों राज्यों की सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच गोलीबारी हुई। बाद में घटनास्थल से विस्फोटक, माओवादी साहित्य और अन्य सामग्री बरामद की। बुधवार की घटना गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि घटना बुधवार की है। गढ़चिरौली पुलिस को 15 अगस्त की रात को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में भोपालपट्टनम के उत्तर में दोनों राज्यों की सीमा पर सैंड्रा एलओएस (स्थानीय संगठन दस्ते) के एक नक्सली शिविर के बारे में खुफिया जानकारी मिली। एक संयुक्त टीम का गठन उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही तुरंत बीजापुर के एसपी को इसकी जानकारी दी गई। तलाशी अभियान के लिए अहेरी के अतिरिक्त एसपी सतीश देशमुख की अध्यक्षता में नौ सी-60 पार्टियों के साथ एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। इसमें लगभग 200 कमांडो और बीजापुर के डिप्टी एसपी और 70 जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) कमांडो शामिल थे। क्या है सी-60 बता दें, सी-60 गढ़चिरौली पुलिस की एक विशेष लड़ाकू इकाई है, जबकि डीआरजी छत्तीसगढ़ में माओवादी गतिविधियों से निपटने के लिए बनाई गई एक इकाई है। यह सामान बरामद अधिकारी ने बताया कि बुधवार देर रात जब संयुक्त टीम इलाके की तलाशी ले रही थी, तब नक्सलियों ने पुलिस पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इसपर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी समाप्त होने के बाद,इलाके में तलाशी ली गई। इस दौरान डेटोनेटर, जिलेटिन की छड़ें, बड़ी मात्रा में नक्सली साहित्य, एक मोबाइल फोन, चार पिट्ठू बैग, तिरपाल चादरें और अन्य सामान जब्त किए गए।
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