मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष की तरफ से केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में जवाब दिया। इस दौरान शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। अपने भाषण के दौरान अमित शाह ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी एक बार गरीब महिला कलावती के घर भोजन करने गए। गृह मंत्री अमित शाह ने अपने भाषण में जिस कलावती का जिक्र किया उसके बारे में सभी जानना चाहते हैं। दरअसल गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "राहुल गांधी कलावती के घर भोजन करने गए, इसके बाद उन्होंने सदन में गरीबी का दारुण वर्णन किया। इसके बाद उनकी सरकार 6 साल चली, लेकिन मैं पूछता हूं कि उनकी सरकार ने उस गरीब महिला कलावती के लिए क्या किया? उस कलावती को घर, बिजली, गैस, शौचालय, अनाज, स्वास्थ्य ये सब देने का काम पीएम नरेंद्र मोदी ने किया।" कौन है कलावती : जिस कलावती का जिक्र गृह मंत्री ने किया वह महाराष्ट्र के यवतमाल के जालका गांव की रहने वाली हैं। यह पूरा इलाका किसानों की आत्महत्या के चलते खबरों में रहा है। कर्ज ना चुका पाने के चलते कलावती के पति ने आत्महत्या कर ली थी। तत्कालीन सांसद राहुल गांधी ने साल 2008 में कलावती के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद कलावती कर्ज में डूबे किसानों का चेहरा बन गईं और वह चर्चा में आ गई थीं। उनकी खबर राष्ट्रीय मीडिया में आने के बाद उन्हें देशभर से मदद मिलनी शुरू हो गई थी। आर्थिक मदद मिली थी 30 लाख की : राहुल गांधी के कलावती के घर पहुंचने के बाद,कलावती को सुलभ इंटरनेशनल से 30 लाख रुपये की आर्थिक मदद मिली थी। यह पैसे सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की एक ब्रांच में उनके नाम पर फिक्स्ड डिपॉजिट करवाई गई थी, इससे कलावती को अपने 4 बच्चों की पढ़ाई पूरा करने और उन्हें आरामदायक जीवन जीने में मदद के लिए 25,000 हजार रुपये का मासिक ब्याज मिलना शुरू हो गया था। वहीं, बाद में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नितिन गडकरी ने भी कलावती की एक लाख रुपये की मदद की पेशकश की थी। कलावती से भारत जोड़ो यात्रा में मिले राहुल : हालंकि कलावती ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि राहुल गांधी मुझसे मिले थे और उन्होंने मेरी गरीबी दूर कर दी। पिछले साल भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कलावती से मुलाकात की थी।
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