आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी के फैसलों का एलान होने से पहले एचडीएफसी बैंक की ओर से एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी गई है। एमसीएलआर किसी भी बैंक के लिए लोन पर ब्याज निर्धारित करने का बेंचमार्क के रूप में काम करता है। इसमें बदलाव का सीधा असर ग्राहकों पर होता है। निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) की ओर से मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 15 आधार अंक की बढ़ोतरी की गई है। हालांकि, बैंक की ओर से एक साल के एमसीएलआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। MCLR का सीधा संबंध बैंक की ओर से दिए जाने वाले लोन की ब्याज दरों से होता है। ऐसे में अगर बैंक इसमें बढ़ोतरी करता है, तो इससे ग्राहकों की ईएमआई में इजाफा होता है। MCLR में HDFC BANK ने कितनी की बढ़ोतरी? बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, अब ओवरनाइट एमसीएलआर 8.35 प्रतिशत, एक महीने का एमसीएलआर 8.45 प्रतिशत, तीन महीने का एमसीएलआर 8.70 प्रतिशत और छह महीने का एमसीएलआर 8.95 प्रतिशत है। एक साल का एमसीएलआर 9.10 प्रतिशत हो गया है। वहीं, दो साल का एमसीएलआर 9.15 प्रतिशत और तीन साल का एमसीएलआर 9.20 प्रतिशत है। MCLR क्या होता है ? MCLR एक न्यूनतम ब्याज दर होती है, जो कि किसी लोन को लेकर बैंक की ओर से वसूली जाती है। यह पर्सनल, होम और कार सहित अन्य प्रकार के लोन के लिए बेंचमार्क के रूप में काम करता है। इस कारण अगर इसमें कोई भी बदलाव होता है तो इसका सीधा असर बैंक पर होता है। और किन बांको ने बढाया MCLR इस महीने की शुरुआत में आईसीआईसीआई बैंक और बैंक ऑफ इंडिया की ओर से एमसीएलआर की दरों में इजाफा किया गया था। ये बढ़ोतरी एक अगस्त से लागू की गई थी। मॉनेटरी पॉलिसी का 10 अगस्त को होगा एलान रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की ओर से 10 अगस्त को आरबीआई की एमपीसी के फैसलों का एलान किया जाएगा। आरबीआई एमपीसी की बैठक 8 अगस्त को शुरू हो गई है। पिछले दो मॉनेटरी पॉलिसी में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
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