देश के गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को विपक्षी दलों के खिलाफ जमकर गरजे और उनके अविश्वास प्रस्ताव को लेकर उनपर जमकर निशाना साधा। अपने संबोधन में शाह ने कई बड़ी बातें कही, पर उन्होंने इस दौरान एक ऐसा ज़िक्र किया जिसका ध्यान सभी ने खींचा। हम बात कर रहे हैं शाह की 'आलिया, मालिया और जमालिया' टिप्पणी के बारे में।भारत के गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने बुधवार को विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया। दरअसल मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर सभी विपक्षी दलों ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। हालांकि यह अविश्वास प्रस्ताव गिर गया और विपक्षी दलों को मुंह की खानी पड़ी। पर उससे पहले शाह ने जमकर इस मामले पर विपक्षी दलों पर निशाना साधा। शाह ने लोकसभा में अपने संबोधन में कई मुद्दों पर विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस को घेरा। शाह के संबोधन में कई ऐसी बातें थी जिनसे लोगों का ध्यान आकर्षित हुआ। इन्हें में शाह की एक टिप्पणी भी थी जिसमें उन्होंने 'आलिया, मालिया और जमालिया' का ज़िक्र किया। शाह ने?क्या कहा शाह ने यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "2004 से 2014 तक यूपीए सरकार के राज में आए दिन आतंकवादी भारत में घुस जाते थे। आलिया मालिया जमालिया बॉर्डर पार करके भारत में घुसकर हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाते थे। इस बारे में यूपीए सरकार की तरफ से कोई भी जवाब नहीं देता था। लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक और एक एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकवादियों को मारा और उन्हें उनके दुस्साहस का जवाब दिया।" कौन हैं आलिया, मालिया, जमालिया? यह पहले मौका नहीं था जब शाह ने 'आलिया, मालिया, जमालिया' का ज़िक्र किया। शाह इससे पहले जून 2023 में विशाखापट्नम की एक रैली में, नवंबर 2022 में गुजरात के तापी में एक चुनावी रैली के दौरान भी इसका ज़िक्र कर चुके हैं। मार्च 2022 में आजमगढ़ के लालगंज में एक चुनावी रैली के दौरान भी शाह ने इसका ज़िक्र किया था। ऐसे में मन में सवाल आना लाज़िमी है कि कौन है 'आलिया, मालिया और जमालिया'? अंग्रेजी में 'टॉम, डिक एंड हैरी' बोला जाता है और ठीक उसी तरह गुजराती में 'आलिया, मालिया और जमालिया' का इस्तेमाल होता है। हालांकि दोनों का इस्तेमाल बिल्कुल अलग-अलग परिस्थितियों में होता है। दरअसल शाह जब भी 'आलिया, मालिया और जमालिया' कहते हैं तो उनका मतलब होता पाकिस्तानी आतंकवादियों से होता है जो घुसपैठ करते हुए बॉर्डर पार करके भारत घुस आते हैं और देश के जवानों को मार देते हैं। हालांकि शाह ने कभी भी इन शब्दों के इस्तेमाल पर सफाई नहीं दी है।
Articles