"चार-पांच महीने पहले कंपनी के मैनेजर ने बुला कर कहा कि कर्मचारियों की संख्या कम करनी है, इसलिए आप इस्तीफ़ा दे दें. मैं घर में अकेली कमाने वाली हूं. पति भी नहीं हैं, दो बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं. भाई विकलांग है. पिता भी नहीं हैं, जबकि मां की ज़िम्मेदारी भी मुझ पर है. जब से नौकरी छूटी है तब से अब तक नौकरी की तलाश में हूं." ये है उस महिला का दर्द जो सूरत की हीरा कंपनी में काम करती थी. नाम न छापने की शर्त पर बीबीसी से उन्होंने बताया कि डायमंड इंडस्ट्री में मंदी का असर उन जैसी कई महिलाओं पर पड़ रहा है. विशेषज्ञों के मुताबिक़, सूरत की डायमंड इंडस्ट्री में मंदी के कारण पिछले कुछ महीनों में 20,000 से अधिक लोगों की नौकरी चली गई है. कोरोना संकट से इंडस्ट्री संभलती इससे पहले उसे मंदी की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है और यह रूस-यूक्रेन युद्ध के असर के चलते माना जा रहा है. दुनिया में बिकने वाले 90 प्रतिशत डायमंड को गुजरात के दक्षिणी शहर सूरत में काटा और पॉलिश किया जाता है.
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