दिसंबर 2021 में भारतीय मूल के सीईओ विशाल गर्ग अचानक से खबरों में आ गए थे और अधिकतर खबरों में उनकी आलोचना की जा रही थी। दरअसल विशाल गर्ग ने जूम कॉल पर कंपनी के 900 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। अब एक इंटरव्यू में विशाल गर्ग ने कहा है कि उन्होंने दयालु बॉस बनने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने ये भी कहा कि अपने स्टाफ का विश्वास हासिल करने के लिए उन्होंने लीडरशिप ट्रेनिंग भी ली है। 'कर्मचारियों को खुश रखना जरूरी' विशाल गर्ग ने कहा कि 'मैं काफी मिशन केंद्रित, ग्राहक केंद्रित और कंपनी के विकास के लिए फोकस था, लेकिन अब मैंने सीख लिया है कि ग्राहकों को खुश रखने के साथ ही अपने कर्मचारियों का भी खुश रहना जरूरी है। इसलिए मैंने बदलने और अपने कर्मचारियों के प्रति सहानुभूति जताने के लिए कड़ी मेहनत की। अब जितनी दयालुता मैं अपने ग्राहकों के साथ दिखाता हूं, उतनी ही अपने कर्मचारियों के प्रति भी रखता हूं।' विशाल गर्ग से जब अगली नौकरियों में कटौती को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि 'ईमानदारी से वह इसके बारे में नहीं जानते कि भविष्य में कितनी कटौती होने वाली है और यह बहुत कुछ बंधक बाजार (Mortgage Market) पर निर्भर करता है लेकिन अभी हम विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति कर रहे हैं।' जूम कॉल पर 900 कर्मचारियों को निकाला था नौकरी से बता दें कि विशाल गर्ग ऑनलाइन मोर्गेज कंपनी बेटर डॉट कॉम के सीईओ हैं। साल 2021 में विशाल ने एक जूम कॉल पर मौजूद सभी 900 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। ये कर्मचारी कंपनी के कुल कर्मचारियों को 9 फीसदी थे। हालांकि आलोचनाओं से घिरने के बाद विशाल गर्ग ने इसके लिए माफी मांगी थी और कहा था कि वह नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों के लिए पर्याप्त सम्मान नहीं दिखा पाए।
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