गुजरात के भावनगर जिले में एक दर्दनाक घटना ने सनसनी फैला दी। यहां पहले एक ही परिवार में माता- पिता और दो भाई बहनों ने आत्महत्या कर ली थी। लेकिन इसके कुछ महीने के बाद ही घऱ में बचे एक 25 वर्षीय महिला और उसके छोटे भाई ने घर में कीटाणुनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने इसकी जानकारी शनिवार को दी। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई सीहोर तालुका के सोनगढ़ पुलिस स्टेशन के उप-निरीक्षक डीवी डांगर ने कहा कि ऋषिता मोरदिया और उनके भाई पार्थ ने शुक्रवार दोपहर अपने घर पर फिनाइल पी लिया और सीहोर के एक अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, मोरदिया परिवार के चार सदस्यों ने जून में सूरत शहर में आत्महत्या कर ली थी और उस समय ऋषिता और पार्थ घर से बाहर थे। रिश्तेदारों को पहले ही कर दिया था आगाह आठ जून को सूरत में हीरा श्रमिक विनूभाई मोरदिया (55), उनकी पत्नी शारदाबेन, बेटी सैनीता (19) और बेटे कृष (17) की अपने घर पर ही जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गई। पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोनों भाई-बहन ने अपने रिश्तेदारों से कहा था कि वे अपने माता-पिता और भाई-बहनों को खोने के दुःख से उबर नहीं पा रहे हैं और वे आत्महत्या कर लेंगे। सदस्यों को खोने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे दोनों आगे बताया कि अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद से, दोनों भाई-बहन सूरत में अपने रिश्तेदारों के साथ रहते थे, लेकिन वे तीन दिन पहले सीहोर तालुका में अपने पैतृक गांव पदपन लौट आए। अधिकारी ने कहा, भाई-बहन अपने परिवार के चार सदस्यों को खोने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे और खुद को मारने की बात करते थे। लड़की ने पहले ही किया था आत्महत्या करने का प्रयास पुलिस ने कहा कि इससे पहले, ऋषिता ने परिवार में हुई मौतों के दो दिन बाद फिनाइल पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था, लेकिन उसे अस्पताल ले जाया गया और उसे डॉक्टरों ने बचा लिया था। लेकिन इस बार उसे डॉक्टरों तक नहीं ले सके उससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
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