77 वें स्वतंत्रता दिवस के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम जारी हो गया है। इस साल स्वतंत्रता दिवस में गांव के सरपंच, सेंट्रल विस्टा के मजदूर, किसान, मछुआरे और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक समेत 1800 लोग खास मेहमान के तौर पर लाल किला पर शामिल होंगे। कुछ ही घंटों बाद देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रह है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आजादी के उत्सव की शुरुआत करेंगे। इस बार पीएम मोदी लगातार 10वीं लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इसके बाद इसकी प्राचीर से भाषण देंगे। ये पीएम मोदी के इस कार्यकाल का आखिरी भाषण होगा। इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह का समापन होगा। वहीं, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बड़ी संख्या में गेस्ट को आमंत्रित किया गया है। इनमें सेंट्रल विस्टा के मजदूर, किसान, मछुआरें, गांवों के सरपंच से लेकर प्राथमिक शिक्षक भी शामिल हैं। जनभागीदारी का होगा सम्मान इस सरकार ने यह पहल सरकार के 'जनभागीदारी' को आदर देने के लिए की है। जो लोग किसी ने किसी प्रकार से समाज का भला कर रहे हैं, सही कम करने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं, उन्हें बुलाया गया है। इन 1800 विशेष अतिथियों में 660 से अधिक गांवों के 400 से ज्यादा सरपंच शामिल हैं। इसके अलावा, किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 किसान, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी, नई संसद भवन सहित सेंट्रल विस्टा परियोजना के 50 मजदूर और 50-50 खादी कार्यकर्ता को इसमें शामिल किया गया है। सीमा सड़क संगठन (BRO) के कर्मियों और अमृत सरोवर परियोजनाओं और हर घर जल योजना परियोजनाओं में मदद करने वाले और काम करने वालों को भी स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए उनके जीवनसाथी के साथ बुलाया गया है। इसके अलावा 50 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, 50 नर्स और 50 मछुआरों का नाम भी सूची में शामिल हैं।
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