Articles

मथुरा में खेत पर बने मंदिर में बुजुर्ग दंपती की बेरहमी से हत्या : स्वतंत्रता दिवस पर हत्या

Profile

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्वतंत्रता दिवस पर डबल मर्डर से सनसनी फैल गई। मथुरा में खेत पर बने मंदिर में बुजुर्ग दंपती की बेरहमी से हत्या कर दी गई। थाना हाईवे इलाके के रामपुर मुडेसी गांव में यह वारदात हुई। हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हुई है। पुलिस को करीबियों पर ही शक है। मथुरा में मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डबल मर्डर की सनसनी से वारदात ने खलल डाल दिया। थाना हाईवे क्षेत्र के रामपुर मुडेसी गांव में खेत पर बने मंदिर में 75 वर्षीय दंपती की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। वारदात स्थल का मौका मुआयना करने के बाद पुलिस करीबियों पर ही शक जाता रही है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। फोरेंसिक टीम मौके से साक्ष्य जुटाने में लगी है। एसएसपी ने मुकदमा दर्ज कराते हुए तीन टीमों को वारदात के खुलासे के लिए लगाया है। रामपुर मुडेसी गांव का एक हिस्सा मगोर्रा थाने और दूसरा हाईवे थाना क्षेत्र में आता है। 75 वर्षीय बुजुर्ग हीरालाल और उनकी पत्नी लीलावती का घर मगोर्रा क्षेत्र में है, जबकि खेत हाईवे थाना क्षेत्र में। 15 वर्ष पहले बुजुर्ग ने खेत पर हनुमान मंदिर का निर्माण कराया और तब से उसी में रहने लगे। सोमवार रात को अज्ञात हमलावरों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी। मंगलवार की सुबह जब उनका बड़ा बेटा मोहन चाय देने खेत पर आया तब उन्होंने शवों को देखा। बुजुर्ग की लाश चारपाई पर, जबकि महिला की लाश 20 कदर दूरी पर पड़ी मिली। माता पिता के शव देखकर बेटा बदहवास हो गया। जानकारी पर गांव वाले और एसपी सिटी एमपी सिंह, स्वाट, एसओजी, थाना पुलिस, फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे। वारदात स्थल सीज कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए। मृत दम्पती के बेटे की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। लूट न रंजिश तो क्या प्रॉपर्टी के लिए हुई हत्या इस वारदात को लेकर पुलिस हैरान है। आमतौर पर इस प्रकार की घटनाएं लूट या रंजिश में की जाती हैं। मगर, पुलिस ने जब इस वारदात की जांच की तो वहां लूट होने के साथ साक्ष्य नहीं मिले। लीलावती के पास मौजूद पांच हजार रुपये उन्हीं के पास पड़े मिले। वहीं मंदिर पर रखा समान भी सुरक्षित था। पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की, जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि बुजुर्ग हीरासिंह और उनकी पत्नी लीलावती बहुत ही व्यवहारिक थे। उनकी किसी से रंजिश नहीं थी। 20 साल पहले खेत पर ही हनुमानजी का मंदिर बनवाया और फिर वहीं रहने लगे। बुजुर्ग दंपती के दो बेटे 45 वर्षीय मोहन और 40 वर्षीय प्रताप सिंह है। दोनों अपने 12 बीघा खेत की रखवाली करते थे। पुलिस का सख्त प्रॉपर्टी के विवाद में हत्या को लेकर करीबियों पर ही जा रहा है। साथ ही इलाके के कुछ शराबी व अराजक तत्वों को भी चिन्हित किया गया है। सर्विलांस सेल वारदात स्थल के आसपास लोगों की आवाजाही के संबंध में साक्ष्य खंगालने में जुटी है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। हत्या के पीछे की बजाय अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही घटना का खुलासा करने को तीन टीम लगाई गई हैं।